
पहाड़ों का सफर, दिल की एक कहानी,
कदम दर कदम, मिलती नई निशानी।
डर और शक को पीछे छोड़ आई,
हर ट्रेक पर नई मैं बनती आई।
रास्ते थे टेढ़े, कहीं ऊंचाई, कहीं ढलान,
दोस्ती और हिम्मत ने दी नई पहचान।
कभी थकान में छिपी मुस्कान, कभी जोश में थी जान,
हर कदम ने सिखाया, सच्चाई का एक नया अरमान।
खुद को खोजने का सफर था ये अनोखा,
हर मोड़ पर मिला खुद का ही एक टुकड़ा।
पहाड़ों ने सिखाया, कैसे पाएं हम अपनी ताकत,
हर चोटी पर मिली, हौसले की एक नई विरासत।
अनजाने रास्तों में, डर को किया पार,
खुद को जाना, हौसले की उठाई मशाल।
चलो बढ़ते रहें, हर कदम बने एक नई कहानी,
ट्रेकिंग के इस सफर में, मिलें सपनों की निशानी।
हंसते-हंसते चढ़ें, हर बार नया एहसास,
इस सफर में छिपा है, जीने का असली राज।
चलो मिलकर गाएं, पहाड़ों का ये गीत,
हर ट्रेक पर मिले, जिंदगी का नया मीत।
so beautifully articulated, Vasudha!!
Thank you. Writing in hindi is (sadly) very hard.